tag:blogger.com,1999:blog-7512468534140285476.post5716504658238551765..comments2023-03-21T18:53:05.201+05:30Comments on PRAKAMYA: कुछ मीठी यादें ~ दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगेआकाँक्षा गर्ग ( Akanksha Garg )http://www.blogger.com/profile/17130895555490406155noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7512468534140285476.post-76000581787192992872009-10-26T22:58:10.114+05:302009-10-26T22:58:10.114+05:30कहानियां हमारे ज़ज्बातों की जीती जागती निशानियाँ ह...कहानियां हमारे ज़ज्बातों की जीती जागती निशानियाँ होती हैं या फिर यूँ कह लीजिये कि शायद जिंदगी का ही अक्स होती हैं ,पर कल्पना के रंग भरकर इनको एक ख्वाब में तब्दील किया जाता है । इसमें कोई बुराई नहीं कि इंसान कुछ देर के लिए सच्चाई की दुनिया छोड़ कर कहनियों की दुनिया में खो जाए, क्योंकि कहानियों में सब ठीक होता है। <br /><br />आकांक्षा जी!<br />पोस्ट के माध्यम से आपने बढ़िया सन्देश दिया है।<br />बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7512468534140285476.post-85566542182670706792009-10-24T19:17:00.647+05:302009-10-24T19:17:00.647+05:30कहानियां हमारे ज़ज्बातों की जीती जागती निशानियाँ ह...कहानियां हमारे ज़ज्बातों की जीती जागती निशानियाँ होती हैं या फिर यूँ कह लीजिये कि शायद जिंदगी का ही अक्स होती हैं ,पर कल्पना के रंग भरकर इनको एक ख्वाब में तब्दील किया जाता है <br /><br /><br />Bahut Khoob Akanksha Ji... :-)<br /><br />Jai Jinendra :-)B Jain :-)https://www.blogger.com/profile/17315719735629347003noreply@blogger.com